Friday, April 10, 2015

Tobacco : A Poison... Quit Today!!!



तम्बाकू : एक ज़हर... आज ही छोड़िये!!!

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पर कैसे..??? आइये जानते हैं कैसे....


१. जानिए आप तम्बाकू क्यूँ छोड़ना कहते हैं?


तम्बाकू छोड़ना चाहते हैं, पर क्यूँ...??
क. मालूम नहीं...
ख. सब कहते हैं छोड़ दो, इसलिए...
ग. तम्बाकू सेवन एक बुरी आदत है, इसलिए...
नहीं, ये कारण तम्बाकू की तीव्र इच्छा को रोक पाने के लिए अपर्याप्त हैं| तम्बाकू छोड़ने के लिए प्रगाढ़ एवं पर्याप्त कारण हैं, जिन्हें जानलेना बहुत आवश्यक है, तम्बाकू के सेवन से कैंसर होने का खतरा 50 गुणा बड़ जाता है और तम्बाकू सेवन करने वाले के आस-पास के लोग भी निश्चेष्ठ ही तम्बाकू के दुष्प्रभावों की चपेट में आ जाते हैं|

२. तम्बाकू त्यागने के लाभ


सेहत पर तम्बाकू छोड़ने के प्रभाव बहुत शीघ्र दिखाई देते हैं| अंतिम धूम्रपान के 20 मिनट में बड़ा हुआ ब्लड-प्रेशर व हृदय गति सामान्य होने लगती है| 1 दिन के अन्दर रक्त में कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर सामान्य हो जाता है| 2 सप्ताह में हृदयाघात होने की सम्भावना 50% कम हो जाती है| 1 वर्ष में फुफुस-कैंसर की सम्भावना 30% तक कम हो जाती है|

३. धीरे-धीरे नहीं, तत्काल छोड़िये


लगभग 90% लोग जो धीरे-धीरे तम्बाकू छोड़ने का प्रयास करते हैं, सफ़ल नहीं हो पाते| इसके विपरीत तम्बाकू का तत्काल पूर्ण रूप से त्याग करने वाले 80% लोग सफ़ल होते हैं| यद्यपि तम्बाकू छोड़ने के दुष्प्रभाव बहुत कम और क्षीण होते हैं इसलिए इसे पादांशिक-क्रम से (धीरे-धीरे) छोड़ने की आवश्यकता नहीं होती, फिर भी यदि लक्षण उपस्थित हों तो चिकित्सीय सहायता ली जा सकती है|

४. सहयोग लें


तम्बाकू छोड़ना अपराध नहीं है, अपने मित्रों, परिजनों, सहकर्मियों को बताएं कि आप तम्बाकू छोड़ने का प्रयास कर रहे हैं| इनसे सहयोग की अपेक्षा रखें| ये आपके मनोबल को बढाने में सहायक होंगे| इसके अतिरिक्त किसी पेशेवर सलाहकार से भी सहयोग लिया जा सकता है| मनोचिकित्सक से भी परामर्श ले सकते हैं|

५. मना करना सीखें


यदि कोई मित्र अथवा मिलने-जुलने वाला जानबूझ कर आपको तम्बाकू सेवन के लिए उकसाता है तो उसे तुरंत मना करना सीखें| ऐसे लोगों की संगति से बचें|

६. तनाव प्रबन्धन


आमतोर पर लोग मानसिक तनाव को कम करने के लिए तम्बाकू का सेवन करते हैं| ऐसे में तनाव कम करने के अन्य तरीक़े अपनाना आवश्यक है| योगा, ध्यान लगाना, मसाज, मनभावन-संगीत, पसंदीदा फ़िल्म देखना आदि उपयोगी हो सकते हैं| संभव हो तो तम्बाकू त्यागने के प्रारंभिक सप्ताहों में तनाव पूर्ण स्थितियों से बचने का प्रयास करें|

७. मिटा दें तम्बाकू के निशान


अब जब आपने तम्बाकू छोड़ने का निर्णय कर लिया है तो तम्बाकू सेवन से जुड़ीं चीजों को भी त्याग दें| कपड़े, बिस्तर, ग़लीचे जिनमें भी तम्बाकू कि गंध हो उन्हें धुलवाएँ| हुक्का, पाइप, पान-पेटी, पीकदान, ऐश-ट्रे आदि घर से निकाल बहार करें| घर की दीवारें, वाश-बेसिन, कमोड आदि से पीक के निशान साफ़ करवाएं| अच्छे दन्त चिकित्सक से दांत साफ़ करवायें| ऐसी कोई भी वस्तू अपने निकट न रखें जिससे तम्बाकू सेवन की प्रवृति उत्पन्न हो|

८. निरन्तर प्रयासरत रहें


प्रारम्भ में तम्बाकू सेवन की पुनरावृति होना सामान्य है, पूर्ण रूप से तम्बाकू त्यागने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना आवश्यक है| हर बार तम्बाकू सेवन कि पुनरावृति होने के कारणों एवं परिस्थितियों को समझ कर दूर करें, व अगले माह से पुन: तम्बाकू त्यागने का प्रयास करें|

९. व्यायाम करें


शारीरिक व्यायाम तम्बाकू सेवन की तीव्र इच्छा को कम करने में सहायक है, व्यायाम करने से मनोबल भी बड़ता है|

१०. सात्विक भोजन करें


फ़ल, कच्ची सब्ज़ियाँ व स्वच्छ शाकाहारी भोजन सात्विक गुणों से परिपूर्ण हैं, इनके निरंतर सेवन से तामसिक वृतियों का नाश होता है| प्राय: देखा गया है कि, सात्विक भोजन पर निर्भर लोगे अपेक्षाकृत आसानी से तम्बाकू जैसे तामसिक व्यसन का त्याग कर पाते हैं| इसके विपरीत तामसिक वस्तुएं जैसे अंडा, मांस, शराब आदि का सेवन करने वाले लोग आसानी से तम्बाकू नहीं छोड़ पाते|

११. आयुर्वेदिक धूमवर्ती


धुम्रपान कि प्रबल इच्छा हो तो तम्बाकू वाली बीड़ी या सिगरेट के स्थान पर आयुर्वेदिक गुणों वाली धूमवर्ती प्रयोग कर सकते है| यह बाज़ार में आपके नज़दीकी आयुर्वेदिक स्टोर पर उपलब्ध होती है| आप चाहें तो इसे घर में भी बना सकते हैं|

(धूमवर्ती बनाने की विधि : तुलसी पत्र, लौंग, मुलेठी, हल्दी, दालचीनी, इलाइची दाना प्रत्येक ५ ग्राम छायाँ में सुखा कर यवकुट कर लें| किसी चौड़े बर्तन में १ चम्मच शहद, ४ चम्मच पानी घोलें, इसमें उपरोक्त सभी द्रव्य मिला कर छायाँ में पुन: सुखाएं| सूखने पर तेंदू पत्र में लपेट लें| आयुर्वेदिक धूमवर्ती तैयार है|)

१२. सुगन्धित मुखवास 


गुटखा, पानमसाला आदि सुगन्धित तम्बाकू उत्पाद का व्यसन करने वाले लोग आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर सुगन्धित मुखवास प्रतिस्थापित करें| आप बाज़ार से सुपारी रहित मुखवास ले सकते है या घर में भी बना सकते हैं|

(मुखवास बनाने की विधि : ६० ग्राम सौंफ़, ३० ग्राम धनिया दाल, ३० ग्राम सफेत तिल अलग-अलग मंद आंच पर भूनिये, तीनों को एक बड़े बर्तन में मिला कर २ चम्मच गुलकंद व १/४ चम्मच पोदीना-टिक्की पाउडर मिला लीजिये| स्वादानुसार मिश्री क्रिस्टल व टूटी-फ्रूटी मिलाइए| साफ़ काँच के एयर-टाइट जार में सुरक्षित रखें| आयुर्वेदिक गुणकारी मुखवास तैयार है|)

१३. खट्टा-मीठा अदरक-लच्छा  


खैनी आदि तम्बाकू उत्पाद मुख में रखने के अभ्यस्त लोग, खैनी के स्थान पर खट्टा-मीठा अदरक-लच्छा मुह में रख सकते है| यह खैनी के सामान हल्का तीखा होता है, व देर तक मुह में बना रहता है| यह भी बाज़ार में उपलब्ध है, अथवा आप इसे भी घर पर बना सकते है|

(खट्टा-मीठा अदरक-लच्छा बनाने की विधि : १०० ग्राम अदरक धो कर पतले-पतले व १ इंच लम्बे टुकड़े काट कर १०-१२ पोदीने के पत्तों के साथ ५० मिलीलीटर नीम्बू के रस में भिगोयें व छायाँ में सूखने के लिए छोड़ दें| ३ ग्राम भुना जीरा पाउडर, २ ग्राम अजवायन पाउडर, ५ ग्राम सेंधानमक व २० ग्राम मिश्री या चीनी आपस में मिला कर बारीक चूर्ण कर लें| अदरक के टुकड़े अल्प-शुष्क (Semidry) होने पर बारीक चूर्ण मिला कर पूरी तरह सुखा लें व कांच की शीशी में सुरक्षित रख लें| आवश्यकतानुसार १-२ टुकड़े चूस के खाएँ|)

डॉ कमल सेठी(निदेशक)
वैदिक्योर, द हॉलिस्टिक हेल्थ सेन्टर

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