Friday, April 3, 2015

Type-2 Diabetes and Exercise... The Beginner's Guide


यदि आप टाइप-२ डायबिटीज से ग्रसित हैं और आप व्यायाम प्रारंभ करने कि इच्छा रखते हैं तो कृपया निम्नलिखित बातों पर अवश्य ध्यान दें|
  1. व्यायाम से अभिप्राय केवल जिम (GYM) जा कर भारी-भरकम मशीनों द्वारा कसरत करना नहीं है, आप अपने लिए सरल व्यायाम चुन सकते हैं| ऐसे रुचिपूर्ण क्रियाकलाप जो आपको आनंद से भर देते हों, सर्वोत्तम विकल्प हैं| ये कुछ भी हो सकते हैं, जैसे भागना-दोड़ना, खेल-कूद, नृत्य, तैराकी, योगा, घूमना आदि| जिस क्रिया से हृदय एवं श्वास गति कुछ अन्तराल के लिए बड़े, वह व्यायाम है|
  2. व्यायाम प्रारंभ करने से पूर्व अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें| आप क्या करना चाहते हैं, अपने चिकित्सक को अवश्य बताएं, व जाने कि अपका चुनाव आपके शरीर के अनुकूल है या नहीं| आपका चिकित्सक आपको व्यायाम का चुनाव करने, व्यायाम कि मात्रा एवं व्यायाम का समय निर्धारित करने में सहायता कर सकता है|
  3. व्यायाम प्ररम्भ करने से पूर्व रक्त-शर्करा स्तर की जांच करें| यदि आप १ घंटा या इससे अधिक व्यायाम करना चाहते हैं तो व्यायाम के मध्य व अन्त में भी रक्त-शर्करा स्तर की जाँच अवश्य करें| यदि आवश्यकता हो तो हल्का नाश्ता, जैसे केला, फल या जूस लें|
  4. हल्का नाश्ता, जैसे बिस्कुट, केला, फल या जूस सदैव अपने साथ रखें, रक्त-शर्करा स्तर गिरने जैसी आपात स्थिति में ये हलके खाद्य जीवन रक्षक होते हैं|
  5. अपने साथ पर्याप्त पीने योग्य जल भी अवश्य रखें, व्यायाम से पूर्व, मध्य व अंत में उचित मात्रा में जल का पान करें|
  6. कभी भी अकेले व्यायाम न करें| अपने लिए ऐसा सहयोगी चुने जो आपके हृदय के निकट हो, जिसकी संगत आपको प्रसन्ता व स्फूर्ति दे, जो आपके मधुमेह ग्रसित होने के विषय में जानता हो तथा यह भी जानता हो कि रक्त-शर्करा स्तर गिरने जैसी आपात स्थिति में क्या करना है|
  7. यदि आप व्यायाम के अभ्यस्त नहीं हैं तो प्रारंभ में अत्यल्प (मात्र १० मिनट) व्यायाम ही करें| अभ्यस्त होने पर उत्तरोतर व्यायाम कि मात्रा में वृद्धि करते हुए प्रतिदिन ३० मिनट व्यायाम का अभ्यास करें|
  8. तत्पश्चात अपने दैनिक अभ्यास के साथ सप्ताह में २ दिन सुदृढ़ीकरण व्यायाम जैसे भार-ढोना (Weight Lifting), दण्ड-पेलना (Push-ups), उठक-बैठक (Squats), मुक्केबाज़ी, तलवारबाज़ी, योगासन आदि व्यायाम भी करें, इनसे रक्त-शर्करा संतुलन में सहायता मिलती है व मांसपेशियाँ मज़बूत होती हैं|
  9.  व्यायाम, भोजन व दवा का प्रतिदिन पूरी सावधानी से सेवन करें, व एक दिन भी न चूकें| अन्यथा रक्त-शर्करा स्तर अस्थिर हो सकता है|
  10. अपने पैरों कि विशेष देखभाल करें| प्रतिदिन पैरों को धोने के बाद क्रीम लगायें| पैर कि उंगलियों के बीच दरारें न पड़ने दे| पैरों में कोई भी समस्या होने तुरंत चिकित्सक से सलाह लें| अपने व्यायाम के अनुकूल जूतों का प्रयोग करें|
  11. व्यायाम करने से मांसपेशियों में थोरी बहुत पीड़ा होना स्वाभाविक है| किन्तु अचानक तीव्र पीड़ा होने कि स्थिति में व्यायाम न करें व चिकित्सक से संपर्क करें|


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